हेलो दोस्तों तो कैसे हैं, आप लोग। हमारे आर्टिकल पर आपका स्वागत है। दोस्तों अगर आप मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप का उपयोग करते हैं, तो फिर आप RAM क्या होती है, यह भी जानते होंगे। या फिर इसके बारे में सुना ही होगा। RAM का पूरा नाम रेंडम एक्सेस मेमोरी (Random Access Memory) है। कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप आदि में RAM का एक विशेष स्थान होता है। क्यों कि RAM जितनी ज्यादा क्षमता होगी, डिवाइस भी उतनी तेजी से कार्य करेगा। RAM भी दो प्रकार की होती है, SRAM और DRAM.
SRAM और DRAM दोनों ही इंटीग्रेटेड-सर्किट रैम है। और दोनों में काफी अंतर है। SRAM और DRAM मैं सबसे महत्वपूर्ण अंतर यह है, कि SRAM मैं ट्रांजिस्टर और लेच का उपयोग किया जाता है। जबकि DRAM मैं कैपेसिटर और ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जाता है।
दोस्तों अगर आपको भी SRAM औरDRAM के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाला है। हम आपको SRAM और DRAM के बीच क्या अंतर है, यह बताने वाले हैं। इसलिए आप हमारे साथ बने रहे। तो चलिए अब बिना देर किए शुरू करते हैं।
SRAM किसे कहते है? (what is SRAM in hindi.) -
SRAM जिसका नाम स्टैटिक रेंडम एक्सेस मेमोरी (Static Random Access Memory) है। SRAM को Static Memory इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसके द्वारा डाटा में कोई भी क्रिया या परिवर्तन नहीं होता है। यह CMOS से बनी होती है। तथा इसमें छह ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जाता है। इसमें डाटा को ट्रांजिस्टर के अंदर संग्रहित या इकट्ठा किया जाता है। तथा इसको निरंतर बिजली प्रवाह की आवश्यकता होती है।
इसको बनाने में दो क्रास-कपल्ड इनवर्टर शामिल होते हैं। जो फ्लिप-फ्लॉप के समान डाटा को स्टोर करते हैं। और एक्सेस कंट्रोल के लिए दो अतिरिक्त ट्रांजिस्टर होते हैं। यह दूसरी रैम की तुलना में तेज होती है, और यह बहुत ही कम पावर को consume करता है। इसलिए प्रोसेसर (CPU) के लिए cache memory के रूप में ज्यादातर SRAM का उपयोग किया जाता है। SRAM डेटा को तब तक धारण कर सकता है, जब तक उसमें बिजली सप्लाई की जाती है।
DRAM किसे कहते हैं? (what is DRAM in hindi) -
DRAM का पूरा नाम डायनामिक रेंडम एक्सेस मेमोरी (Dynamic Random Access Memory) है। जिसे कैपेसिटर तथा कुछ ट्रांजिस्टर का उपयोग करके बनाया गया है। इसमें डेटा कैपेसिटर में संग्रहित किया जाता है। कैपेसिटर का उपयोग डाटा को संचय करने के लिए किया जाता है। जहां बिट मान मान 1 यह दर्शाता है, कि कैपेसिटर चार्ज किया गया है, और मान 0 का सेंस है, कि कैपेसिटर को छुट्टी दे दी गई है। निर्वहन करने के लिए जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप शुल्क का रिसाव होता है। DRAM को इसलिए डायनेमिक कहा जाता है, क्योंकि इसके डेट में लगातार बदलाव या एक्शन यानी Intact बनाए रखने के लिए रिफ्रेशिंग की जरूरत होती है। और इसका उपयोग मुख्य मेमोरी में को लागू करने के लिए किया जाता है। जिन लैपटॉप ओर डेस्कटॉप में मेमोरी माड्यूल पाए जाते है, उनमें DRAM का उपयोग किया जाता है।
SRAM और DRAM में क्या अंतर है। (what is the difference SRAM and DRAM.) -
SRAM | DRAM |
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SRAM मैं डाटा और इंफॉर्मेशन को संग्रहित करने के लिए Transistors का उपयोग किया जाता है। | DRAM मैं डाटा और इंफॉर्मेशन को संग्रहित करने के लिए capacitors का उपयोग किया जाता है। |
SRAM DRAM से फास्ट होती है। | DRAM SRAM की तुलना मैं थोड़ा स्लो होती है। |
SRAM मांगी होती है। | DRAM थोड़ी सस्ती होती है। |
SRAM का उपयोग Cache मेमोरी में किया जाता है। | DRAM का उपयोग मुख्य मेमोरी में किया जाता है। |
SRAM को बार-बार रिफ्रेश करने की आवश्यकता नहीं होती है। | DRAM मैं डाटा को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इसे लगातार रिफ्रेशिंग की आवश्यकता पड़ती है। |
SRAM कम मात्रा में डाटा स्टोर करती है। | DRAM की स्टोरेज SRAM के मुकाबले ज्यादा होती हैं। |
SRAM एक ऑन-चिप मेमोरी है। जिसका एक्सेस टाइम छोटा होता है। | DRAM एक ऑफ-चीफ मेमोरी है। जिसका एक्सेस टाइम बड़ा होता है। |
SRAM मैं बिजली खपत कम होती है। | DRAM मैं बिजली की खपत ज्यादा होती है। |
SRAM मैं मेमोरी के एक ब्लॉक के लिए छह ट्रांजिस्टर की आवश्यकता होती है। | DRAM मैं मेमोरी के सिंगल ब्लॉक के लिए एक ट्रांजिस्टर की आवश्यकता होती है। |
SRAM मैं बड़ी संख्या में ट्रांजिस्टर का उपयोग होने के कारण SRAM का निर्माण जटिल है। | DRAM डिजाइन और क्रियान्वयन के लिए सरल है। |