हेलो दोस्तों तो कैसे हैं, आप लोग हमारे blog पर आपका स्वागत है। दोस्तों जैसा कि हम सब जानते हैं, कंप्यूटर दो भागों से मिलकर बना होता है। Hardware और Software. हार्डवेयर वह पार्ट होता है, जिससे मिलकर कंप्यूटर का निर्माण होता है, जिन्हें हम छू सकते हैं। जैसे- keyboard, mouse, HDD, तथा सॉफ्टवेयर वह पार्ट होता है, जिसे हम छू नहीं सकते हैं। केवल महसूस कर सकते हैं। सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखा गया set of instructions होता है, जो हार्डवेयर में जान डालने का कार्य करता है।

सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं। System Software और Application Software. कंप्यूटर में हम अपना कार्य करने के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं।
कंप्यूटर पर कार्य करने के लिए सभी सॉफ्टवेयर अलग-अलग श्रेणी और प्रकार के होते हैं। उन्हीं में से एक Utility Software होता है, जिसे सर्विस प्रोग्राम के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों अगर आपको utility software के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, तो हम आपको इस आर्टिकल में यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी देने वाले हैं। इसलिए आप हमारे साथ अंत तक बने रहे। तो चलिए अब बिना देर किए शुरू करते हैं।
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर क्या है। (what is Utility Software in hindi) -
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सिस्टम या सॉफ्टवेयर होता है, जो कंप्यूटर को analyze, optimize और configure, maintenance करने का काम करता है, या मदद करता है। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर को खासतौर पर कंप्यूटर hardware, operating system, या application software को व्यवस्थित करने में सहायता करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। इस तरह के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम आपके कंप्यूटर को additional functionality प्रदान करते हैं। जिसकी वजह से हमारा कंप्यूटर बेहतर perform करता है। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर system software की श्रेणी में आते हैं, जिसकी वजह से बहुत सारे यूटिलिटी सॉफ्टवेयर operating software के साथ आते हैं। जैसे- Disk Cleanup, Disk Defragment, Screen Saver, Disk Management आदि। यूटिलिटी प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर इन सब के अलावा अलग से भी इंस्टॉल किए जाते हैं। जैसे- Antivirus, Disk Repair आदि।
utility program अलग-अलग प्रकार और क्षमता में आते हैं। कंप्यूटर के हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि के infrastructure की क्षमता को फास्ट करते हैं, और कंप्यूटर की अवांछनीय सॉफ्टवेयर से रक्षा भी करते हैं। तथा कुछ यूटिलिटी प्रोग्राम्स अतिरिक्त फंक्शनैलिटी ऐड करते हैं, जो कि ऑपरेटिंग सिस्टम के बाहर के कार्य को निष्पादित करने के लिए क्षमता प्रदान करते हैं। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर सिस्टम और सिस्टम सॉफ्टवेयर के लिए विकसित किया जाता है। ताकि कंप्यूटर अपनी पूरी क्षमता के साथ ठीक से काम कर सके। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर को Utility या Utilities के नाम से भी जाना जाता है।
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के प्रकार (types of Utility Software in hindi).
कंप्यूटर में अलग-अलग प्रकार के कार्यों को करने के लिए अलग-अलग प्रकार के utility program बनाए जाते हैं। यह निम्न प्रकार के होते हैं।
(1) File Management Program -
इस तरह के प्रोग्राम का उपयोग file को manage और organize करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर मेमोरी में बहुत सारा तथा विभिन्न प्रकार का
Data सेव होता है, जिसको मैनेज करने के लिए file management program का उपयोग किया जाता है। इसकी सहायता से कंप्यूटर में फाइल को सेव करना, डिलीट करना, फाइल में डाटा संपादित करना, रिनेम करना, उसकी लोकेशन बदलना, शॉर्टिंग करना, फोल्डर साइज छोटा-बड़ा करना, फोल्डर को सर्च करना आदि कार्य किए जाते हैं। इसके अलावा यह प्रोग्राम स्थाई तथा अस्थाई दोनों प्रकार के डाटा को Hierarchy System से प्रबंध करते हैं। जिसकी वजह से यूजर आसानी से स्पेसिफिक डाटा को ढूंढ कर अपना काम कर पाता है। सभी file manager "सर्च टूल" की सुविधा उपलब्ध करवाते हैं। ताकि अपने काम की फाइल को तेजी से ढूंढ कर यूजर अपना काम कर सके। Windows Explorer एक पापुलर file management program है।
(2) File Compression Program -
फाइल कंप्रेशन प्रोग्राम कंप्यूटर के किसी भी प्रकार के टाइप के file जैसे- ऑडियो, वीडियो, डॉक्यूमेंट को compress करके सुरक्षित रखने की सुविधा प्रदान करता है। किसी भी file को compress करने से उस file की साइज कम हो जाती है। मतलब वह फाइल की वास्तविक आकार को कम कर देता है। जिससे फाइल की साइज छोटी हो जाती है। और वह Disk Space कम यूज करती है। तथा protected file पर वायरस का भी खतरा कम हो जाता है। winzip, winrar, 7-zip यह windows
operating system के सबसे लोकप्रिय फाइल कंप्रेशन प्रोग्राम है। जिनका यूज़ हर यूजर डाटा को compress करने के लिए करता है।
(3) Security Program -
आज के समय में कंप्यूटर यूजर्स कई घंटों तक इंटरनेट से जुड़ा रहता है। जिसकी वजह से मैलवेयर अटैक, हैकिंग, वायरस अटैक आदि का खतरा बढ़ जाता है। जिसकी वजह से हमारे डेटा के सुरक्षित होने का खतरा भी बढ़ जाता है, और कभी-कभी तो मैलवेयर के कारण हमें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में हमें डाटा को सुरक्षित रखने के लिए security program का उपयोग करना होता है। सिक्योरिटी प्रोग्राम हमारे कंप्यूटर को वायरस, मैलवेयर और हैकिंग आदि से सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह online आने वाले खतरों से हमारे कंप्यूटर को सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह सिक्योरिटी प्रोग्राम antivirus, firewall, आदि होते है। इसके अलावा Windows OS, Windows Defender, AVG, Kaspersky, Microsoft Security, Quick Heal आदि सिक्योरिटी प्रोग्राम है।
(4) Backup & Recovery Tool -
कंप्यूटर सिस्टम में हमारे डाटा इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर या सेव रहता है। जिससे हमारे डाटा का नष्ट होने का खतरा भी होता है। इस समस्या के समाधान के लिए कंप्यूटर में Backup & Recovery Tool का उपयोग किया जाता है। यह प्रोग्राम हमारे कंप्यूटर के सारे डेटा को मेन स्टोरेज के अलावा किसी अन्य जगह या लोकेशन पर Data Backup की रखने की सुविधा प्रदान करती है। जिससे अगर हमारा डाटा गायब या नष्ट हो जाता है तो भी उसे पुनः प्राप्त किया जा सकता है। आज के समय में ज्यादातर cloud storage का यूज किया जाता है। जो इंटरनेट पर ज्यादा बैकअप रखने की सुविधा प्रदान करता है। जैसे- Google Drive, One Drive, Microsoft One, Dropbox आदि cloud storage के उदाहरण है।
(5) Disk Management Program and Disk Cleaners -
कंप्यूटर का उपयोग करते समय बहुत प्रकार का डाटा निर्मित होता है, जो हमारे कंप्यूटर मेमोरी में सेव होता है। इनमें ऐसा बहुत सारा अवांछनीय और अनुपयोगी डाटा होता है, जो हमारे किसी भी काम का नहीं होता है। Disk Management Program and Disk Cleaner इस अवांछनीय और अनुपयोगी डाटा को ढूंढ कर उसे नष्ट या remove करने का कार्य करता है। यह हमारे कंप्यूटर की स्टोरेज को Arrange तथा Manage करने की सुविधा प्रदान करता है। यह हमारे कंप्यूटर सिस्टम से बेकार और अनुपयोगी
डाटा को पहचान कर उसे disk से remove करने का कार्य करता है। Disk Defragmenters, Disk Partition Editor, Disk Space Analyzer, Disk Manager, Disk Cleanup आदि डिस्क मैनेजमेंट प्रोग्राम के उदाहरण है।
लोकप्रिय यूटिलिटी प्रोग्राम के नाम (Famous Utility Program Name in hindi)-
Antivirus Program
File Manager
Screen Saver
Backup Software
Direct X
System Monitor
Icon Tools
Fonts
Application Lanuchers
Hex Editor
Disk Checker
Memory Tester
Disk Partition Editors
Registry Cleaners
Encryption Tools
Compression Utilities
Network Monitors
Debuggers
यूटिलिटी प्रोग्राम के फायदे (Advantages of Utility Programs in hindi)-
Utility software से ही हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का संचालन सुचारू रूप से होता है। इसलिए यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के बिना कंप्यूटर सिस्टम अधूरा होता है।
(1) कंप्यूटर में विशेष कार्य या कोई फीचर ऐड करने या कंप्यूटर सिस्टम की efficiency को बढ़ाने हेतु यूटिलिटी सॉफ्टवेयर महत्वपूर्ण होते हैं।
(2) यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर मेमोरी को मैनेज करने के साथ-साथ उसकी performance क्षमता को भी बढ़ाता है।
(3) यह कंप्यूटर सिस्टम को किसी भी अंजान यूजर से सुरक्षा प्रदान करने हेतु
password की सुविधा प्रदान करता है। ताकि हमारा कंप्यूटर सेफ रहे।
(4) यह आपके कंप्यूटर को वायरस, मैलवेयर आदि से सुरक्षा प्रदान करता है।
(5) यह कंप्यूटर सिस्टम में कुछ विशेष फीचर ऐड करता है। ताकि कंप्यूटर यूजर्स डेक्सटॉप पर अपनी पसंद के अनुसार सेटिंग कर सके।
दोस्तो यह थी utility software के बारे में जानकारी। हमे उम्मीद है, आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।
Conclusion -
आज इस पोस्ट में हमने आपको utility software किसे कहते है। तथा यह कितने प्रकार के होते है। ओर इसके उपयोग के बारे में आपको पूरी जानकारी दी है। में आशा करता हु की आप लोगो को utility software किसे कहते है। इसके बारे में अच्छे से समझ आया होगा। अगर यदि आपको अभी भी इस पोस्ट को लेकर कुछ डाउट्स लगे, या फिर हमारी इस पोस्ट में कुछ सुधार करने की जरूरत है तो आप हमे नीचे comments करके जरूर बताये।
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