हेलो दोस्तों तो कैसे हैं, आप लोग।क्या आपको पता है। प्रॉक्सी सर्वर किसे कहते हैं।अगर आपको प्रॉक्सी सर्वर के बारे में पता नहीं है तो आज हम इस पोस्ट में आपको प्रॉक्सी सर्वर के बारे में जानकारी देंगे। यह क्या है। तथा यह कैसे कार्य करता है। ओर इसका क्या उपयोग है।
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प्रॉक्सी सर्वर क्या है। (what is proxy server in hindi) -
प्रॉक्सी सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर सिस्टम या एप्लीकेशन होता है जो क्लाइंट के लिए intermediate की तरह कार्य करता है। यह क्लाइंट द्वारा दी गई रिक्वेस्ट को intermediate की सहायता से सर्वर तक पहुंचाता है।प्रॉक्सी सर्वर ओर आपके इंटरनेट के बीच Representative का काम करता है। दूसरे शब्दों में कहें तो proxy server एक कंप्यूटर होता है। जोकि यूजर के कंप्यूटर तथा इंटरनेट के मध्य getuay की तरह कार्य करता है। प्रॉक्सी सर्वर को application-level getuay भी कहते हैं। हम अपने कंप्यूटर में किसी भी वेबसाइट को सीधे अपने कंप्यूटर में एक्सेस नहीं कर सकते हैं। इसके लिए प्रॉक्सी सर्वर की मदद लेते हैं। यहां पर प्रॉक्सी सर्वर यूज़र और वेबसाइट के सर्वर के बीच आपस में जोड़ने का काम करता है। जब भी हम किसी ब्लॉक वेबसाइट को प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से खोलते हैं तो इंटरनेट पर हमारा ip address hide कर दिया जाता है। और कोई सा भी दूसरा एक ऐसा ip address show कराया जाता है जिस पर वह site ब्लॉक ना हो। इस तरह प्रॉक्सी सर्वर हमारे और इंटरनेट के बीच एक bypass connection की तरह कार्य करता है। जिससे हम किसी भी ब्लॉक वेबसाइट को ओपन कर सकते हैं। इस तरह से हमारी पहचान इंटरनेट पर show नही होती है। क्योंकि प्रॉक्सी सर्वर हमारी असली पहचान को इंटरनेट पर छुपा देता है। प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा क्लाइंट कंप्यूटर अन्य नेटवर्क से indirect नेटवर्क कनेक्शन स्थापित कर सकता है। इसके अलावा प्रॉक्सी सर्वर हमारे कंप्यूटर में Security तथा Network Performance से जुड़े कार्य तथा अन्य कई कार्य या सुविधा हमें प्रदान करता है। जिनके बारे में हम यहां पर नीचे पड़ेंगे। जब भी हमारे द्वारा कंप्यूटर में कोई request send की जाती है। तो वह प्रॉक्सी सर्वर से होते हुए वेबसाइट तक पहुंचती है। और फिर वेबसाइट के द्वारा किसी भी प्रकार का response प्रॉक्सी सर्वर से होते हुए हमारे कंप्यूटर तक पहुंच जाता है।
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प्रॉक्सी सर्वर के प्रकार (types of proxy server in hindi) -
प्रॉक्सी सर्वर निम्न प्रकार के होते हैं हर एक प्रॉक्सी सर्वर का अपना-अपना काम होता है। जो दूसरे प्रॉक्सी सर्वर से भिन्न होता हैं।
(●) Forward Proxy Server -
यह प्रॉक्सी सर्वर यूजर द्वारा की गई रिक्वेस्ट को target server में फॉरवर्ड (forward) कर देता है। ताकि दोनों सर्वर के बीच कम्युनिकेशन हो सके। फॉरवर्ड प्रॉक्सी सर्वर यहां पर क्लाइंट प्रोक्सी सर्वर को यह specify करता है कि उसे कौन सा resource चाहिए और इस रिक्वेस्ट को प्रोक्सी उस टारगेट सर्वर पर पहुंचा देता है। जहां वह resource उपलब्ध होता है।
यह प्रॉक्सी सर्वर यूजर द्वारा की गई रिक्वेस्ट को target server में फॉरवर्ड (forward) कर देता है। ताकि दोनों सर्वर के बीच कम्युनिकेशन हो सके। फॉरवर्ड प्रॉक्सी सर्वर यहां पर क्लाइंट प्रोक्सी सर्वर को यह specify करता है कि उसे कौन सा resource चाहिए और इस रिक्वेस्ट को प्रोक्सी उस टारगेट सर्वर पर पहुंचा देता है। जहां वह resource उपलब्ध होता है।
(●) Open Source Proxy Server -
Open Ource Proxy Server एक प्रकार का ऐसा प्रॉक्सी सर्वर होता है जो publicly available होता है। यह forwarding proxy होता है। इस प्रोक्सी सर्वर का उपयोग करके कोई भी इंटरनेट यूजर अपनी id को hide करके anonymous browsing कर सकता है। Open Proxy Server के कुछ अन्य प्रकार होते हैं। जैसे-
■ Anonymous Proxy -
यह प्रॉक्सी सर्वर ज्यादातर वेबसाइट को प्रमोट करने के लिए तथा विज्ञापन के लिए उपयोग किए जाते हैं। यह आसानी से client के id को छिपा देते हैं। ताकि टारगेट सर्वर को client के origin के बारे में पता ना चल सके। यह एक तरह से client को privacy उपलब्ध करता है। जिससे कोई भी हैकर या व्यक्ति की लोकेशन को trace नहीं कर सके। लेकिन इससे टारगेट सर्वर को प्रॉक्सी की identiy मिल जाती है।
■ Reverse Proxy -
इस प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग इंटरनेट से रिक्वेस्ट को client server तक पहुंचाने में किया जाता है। यह यूजर को एडिशनल लेयर प्रोटेक्शन के साथ सिक्योरिटी प्रोवाइड करता है। जो वेब सर्वर को प्रोटेक्ट करता है। इसका उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों में जैसे Google आदि द्वारा अपने सर्वर की सिक्योरिटी improve करने के लिए, उनके load को कम करने के लिए तथा उन की स्पीड को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
(●) Transparent Proxy Server -
इस proxy मैं client के सर्वर के द्वारा रिक्वेस्ट को इंटरनेट को भेजा जाता है। परंतु इसमें client की इंफॉर्मेशन को छुपाया नहीं जाता है। इस तरह के प्रॉक्सी सर्वर को सामान्यतः business के लिए उपयोग किया जाता है। इस प्रॉक्सी की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि इसमें client को configuration की जरूरत नहीं होती है। इसके sharing cache कस्टमर की requirement के अनुसार अपलोडिंग band width कम की जा सकती है। इसलिए Transparent Proxy का ज्यादातर उपयोग इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर द्वारा किया जाता है।
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SSL (Secure Socket Layer) का उपयोग किसी भी तरह के online transaction के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए आप जैसे- online shopping के लिए किसी भी site का उपयोग करते हैं। जैसे- amazon, flipcart, आदि का तो उनकी साइट में SSL Proxy होती है। जो हमारे Data को online खरीदी करते समय प्रोटेक्ट करती है। अब आप सोच रहे होंगे ये SSL है क्या तो मैं आपको बता दूं हमारे URL मैं जो https लिखा होता है वही SSL होता है।
प्रॉक्सी सर्वर के उपयोग -
प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग सिक्योरिटी के लिए या अपना ip address छिपाने के लिए किया जाता है। लेकिन इन सब के अलावा भी प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग बहुत जगह पर किया जाता है। जैसे(●) IP Address को छिपाने के लिए -
यदि आप किसी वेबसाइट को सीधे अपने कंप्यूटर से एक्सेस करते हैं तो सर्वर जहां पर उस वेबसाइट को host किया गया है उस तक आपका ip address पहुंच जाता है। जिससे कोई भी व्यक्ति आपकी personal जानकारियों के अलावा अन्य जानकारियां भी चुरा सकता है। इसलिए आप प्रॉक्सी की सहायता से आसानी से अपनी ip को छिपा सकते हैं।
यह ip address को छिपा देता है। जिससे हमारी identity किसी को भी पता नहीं चलती है। अर्थात इंटरनेट से जो भी जानकारी जाती है वह सब प्रॉक्सी सर्वर की होती है। जिससे प्रॉक्सी सर्वर हमारे नेटवर्क को सुरक्षित कर देता है। और सामान वाले व्यक्ति या Hackers को यह पता नहीं चलता है कि जो रिक्वेस्ट आई वह कहां से आई है।
(●) ब्लॉक वेबसाइट के लिए -
इसकी सहायता से यूजर blocked की गई वेबसाइट को भी ओपन कर सकता है। आपने अक्सर देखा होगा स्कूल-कॉलेज या किसी देश में सोशल नेटवर्क पर वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया जाता है। तो हम उन्हें एक्सेस नहीं कर सकते हैं। लेकिन प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से हम उन ब्लॉक वेबसाइट को भी ओपन कर सकते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि सोशल नेटवर्क पर ऐसी बहुत सारी साइट्स है जिनको सरकार द्वारा बैन कर दिया जाता है। लेकिन जो लोग प्रॉक्सी सर्वर के बारे में जानते हैं वह उसका उपयोग करके वह उन ब्लॉक वेबसाइट को भी आसानी से एक्सेस कर लेते हैं।
(●) इंटरनेट की स्पीड -
हम किसी भी कंप्यूटर या organization मैं एक अच्छा प्रॉक्सी सर्वर लगाकर उसकी performance को बहुत अच्छा कर सकते है। यहां उसकी इंटरनेट की स्पीड को बढ़ा देता है। इसका उपयोग अधिकतर caching के लिए किया जाता है। जब यूजर द्वारा किसी सूचना को एक्सेस किया जाता है तो वह उस सूचना को सेव कर लेता है। और जब कोई दूसरा client उसी सूचना को एक्सेस करना चाहता है। तो यूज़र द्वारा सूचना अपने cache में से ही दूसरे client को दे सकता है। इससे इंटरनेट की गति बढ़ जाती है। प्रॉक्सी सर्वर किसी वेबसाइट या फाइल को अपनी cache memory में सेव करता है। जिससे आप कभी भी उस सूचना को देखना चाहते हैं तो उसे सीधे प्रॉक्सी सर्वर के local storage से आप देख सकते हैं।
(●) सुरक्षा बढ़ाने के लिए -
आज के समय में हर कंप्यूटर यूजर को सबसे ज्यादा खतरा इस बात का होता है कि कहीं उसका Data चोरी ना हो जाए। लेकिन प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से यूजर और सर्वर के मध्य हो रही प्रोसेस या कम्युनिकेशन को छुपा सकते हैं। जिससे यूजर और सर्वर के बीच क्या चल रहा है किसी को भी पता नहीं चलता है। यहां पर प्रॉक्सी सर्वर एक सुरक्षा प्रदान करता है। यह हमारे सिस्टम की सिक्योरिटी को बढ़ा देता है।
(●) वेबसाइट को ब्लॉक करना -
यह वेबसाइट को ब्लॉक भी कर सकता है। अगर यूजर द्वारा किसी वेबसाइट का उपयोग नहीं किया जा रहा है और वह उसे ब्लॉक करना चाहता है तो वह प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से उस वेबसाइट को ब्लॉक कर सकता है।
(●) ब्लॉक वेबसाइट के लिए -
इसकी सहायता से यूजर blocked की गई वेबसाइट को भी ओपन कर सकता है। आपने अक्सर देखा होगा स्कूल-कॉलेज या किसी देश में सोशल नेटवर्क पर वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया जाता है। तो हम उन्हें एक्सेस नहीं कर सकते हैं। लेकिन प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से हम उन ब्लॉक वेबसाइट को भी ओपन कर सकते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि सोशल नेटवर्क पर ऐसी बहुत सारी साइट्स है जिनको सरकार द्वारा बैन कर दिया जाता है। लेकिन जो लोग प्रॉक्सी सर्वर के बारे में जानते हैं वह उसका उपयोग करके वह उन ब्लॉक वेबसाइट को भी आसानी से एक्सेस कर लेते हैं।
(●) इंटरनेट की स्पीड -
हम किसी भी कंप्यूटर या organization मैं एक अच्छा प्रॉक्सी सर्वर लगाकर उसकी performance को बहुत अच्छा कर सकते है। यहां उसकी इंटरनेट की स्पीड को बढ़ा देता है। इसका उपयोग अधिकतर caching के लिए किया जाता है। जब यूजर द्वारा किसी सूचना को एक्सेस किया जाता है तो वह उस सूचना को सेव कर लेता है। और जब कोई दूसरा client उसी सूचना को एक्सेस करना चाहता है। तो यूज़र द्वारा सूचना अपने cache में से ही दूसरे client को दे सकता है। इससे इंटरनेट की गति बढ़ जाती है। प्रॉक्सी सर्वर किसी वेबसाइट या फाइल को अपनी cache memory में सेव करता है। जिससे आप कभी भी उस सूचना को देखना चाहते हैं तो उसे सीधे प्रॉक्सी सर्वर के local storage से आप देख सकते हैं।
(●) सुरक्षा बढ़ाने के लिए -
आज के समय में हर कंप्यूटर यूजर को सबसे ज्यादा खतरा इस बात का होता है कि कहीं उसका Data चोरी ना हो जाए। लेकिन प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से यूजर और सर्वर के मध्य हो रही प्रोसेस या कम्युनिकेशन को छुपा सकते हैं। जिससे यूजर और सर्वर के बीच क्या चल रहा है किसी को भी पता नहीं चलता है। यहां पर प्रॉक्सी सर्वर एक सुरक्षा प्रदान करता है। यह हमारे सिस्टम की सिक्योरिटी को बढ़ा देता है।
(●) वेबसाइट को ब्लॉक करना -
यह वेबसाइट को ब्लॉक भी कर सकता है। अगर यूजर द्वारा किसी वेबसाइट का उपयोग नहीं किया जा रहा है और वह उसे ब्लॉक करना चाहता है तो वह प्रॉक्सी सर्वर की सहायता से उस वेबसाइट को ब्लॉक कर सकता है।
प्रॉक्सी सर्वर किस तरह काम करता है। -
प्रोक्सी सर्वर एक प्रकार का कंप्यूटर होता है। और इसका भी अपना एक unique IP Address होता है। हम सबको पता है कि इंटरनेट से जुड़े हुए हर कंप्यूटर का अपना-अपना unique Address होता है। जो इंटरनेट पर कंप्यूटर का identification बताते हैं। और ip address की सहायता से इंटरनेट को यह पता चलता है कि उसे ip address के कंप्यूटर का location कहां पर है। ताकि सही डाटा कंप्यूटर तक पहुंचाया जा सके। जब कोई यूजर किसी webpage को सर्च करता है तो यूजर की request डायरेक्ट web सर्वर पर ना जाकर सीधे प्रोक्सी सर्वर पर जाती है। उसके बाद वह रिक्वेस्ट web server पर जाती है। और फिर web-server भी यूजर को सीधे डाटा ना भेजकर पहले प्रॉक्सी सर्वर को भेजता है। फिर प्रॉक्सी सर्वर डाटा को उस user के पास भेजता है। जिसके द्वारा request की गई हो।हमारे कंप्यूटर और सर्वर के बीच communication सीधे तौर पर नहीं होता है। इसलिए सर्वर को हमारी ip address का पता भी नहीं चलता है ।और हमारे सिस्टम की पहचान छुप जाती है।
(●) सबसे पहले आपको अपने कंप्यूटर में windows का बटन दबाएं।
(●) उसके बाद settings पर click कीजिए।
(●) फिर यहां पर "Advanced" पर click कीजिए।
(●) फिर यहां पर आपको नीचे System वाला Option दिखेगा इस पर click करें।
(●) उसके बाद यहां पर open proxy setting दिखेगा यहां पर click कीजिए।
(●) फिर आपको यहां पर LAN Setting पर click करना है।
(●) उसके बाद आपको यहां पर Use a proxy server for your LAN वाले को Box को eable/सिलेक्ट करना है।
(●) उसके बाद यहां पर आपको बॉक्स से दिखेगा। यहाँ Address मैं proxy का IP Address और Port वाले बॉक्स में Port Number डालना है।
(●) उसके बाद save वाले option पर क्लिक कर देना है। अब आप अपने कंप्यूटर में proxy server का उपयोग कर सकते है।
Google Chrome में प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग -
Google Chrome मैं प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करने के लिए(●) सबसे पहले आपको अपने कंप्यूटर में windows का बटन दबाएं।
(●) उसके बाद settings पर click कीजिए।
(●) फिर यहां पर "Advanced" पर click कीजिए।
(●) फिर यहां पर आपको नीचे System वाला Option दिखेगा इस पर click करें।
(●) उसके बाद यहां पर open proxy setting दिखेगा यहां पर click कीजिए।
(●) फिर आपको यहां पर LAN Setting पर click करना है।
(●) उसके बाद आपको यहां पर Use a proxy server for your LAN वाले को Box को eable/सिलेक्ट करना है।
(●) उसके बाद यहां पर आपको बॉक्स से दिखेगा। यहाँ Address मैं proxy का IP Address और Port वाले बॉक्स में Port Number डालना है।
(●) उसके बाद save वाले option पर क्लिक कर देना है। अब आप अपने कंप्यूटर में proxy server का उपयोग कर सकते है।
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Conclusion -
आज इस पोस्ट में हमने आपको प्रॉक्सी सर्वर किसे कहते है। तथा यह कितने प्रकार के होते है। ओर इसके उपयोग के बारे में आपको पूरी जानकारी दी है। में आशा करता हु की आप लोगो को प्रॉक्सी सर्वर किसे कहते है। इसके बारे में अच्छे से समझ आया होगा। अगर यदि आपको अभी भी इस पोस्ट को लेकर कुछ डाउट्स है या आप हमारी इस पोस्ट से असंतुष्ट है। या फिर हमारी इस पोस्ट में कुछ सुधार करने की जरूरत है या इस पोस्ट से जुड़ा कोई भी सवाल आपके मन मे है तो आप हमे नीचे comments करके जरूर बताये।ओर यदि आपको हमारी पोस्ट प्रॉक्सी सर्वर किसे कहते है। हिंदी में अच्छी लगी हो ओर आपको इससे कुछ सीखने का मिला हो तो हमे comments करके आप जरूर बताए।ओर इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ whatsapp group , facebook ओर अन्य social networks site's पर शेयर करे और इस जानकारी को अन्य लोगो तक पहुचाने में हमारी मदद करे।
अभी के लिए बस इतना ही। हमारी इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।
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Computer Network