AD

कंप्यूटर के प्रकार। types of computer In hindi.

ADvk

हेलो दोस्तों तो कैसे हैं, आप लोग। हमारे ब्लॉग पर आपका स्वागत है। आज हम आपको कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं, यह जानकारी देने वाले हैं। दोस्तों जैसा कि हम सब जानते हैं, कि कंप्यूटर का उपयोग आज के समय में कितना ज्यादा किया जाता है। और हो ना हो आप भी कंप्यूटर का उपयोग तो करते ही होंगे। हर जगह ऑफिस, स्कूल, ऑनलाइन सब जगह पर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।


दोस्तों आपने कभी ध्यान दिया हो तो कंप्यूटर केवल एक ही तरह के नहीं होते हैं। हर कंप्यूटर का आकार, उसके कार्य करने की क्षमता समान नहीं होती है। सभी कंप्यूटर की कुछ ना कुछ अलग विशेषता होती है। कुछ कंप्यूटर बड़े होते हैं, तो कुछ कंप्यूटर छोटे होते हैं। और तो कुछ कंप्यूटर तेजी से कार्य करते हैं, तो कुछ कंप्यूटर में थोड़ा समय लगता है, वह धीमी गति से कार्य करते हैं। बहुत सारे लोगों को यह तो पता है, कंप्यूटर एक जैसे होते हैं। लेकिन यह पता नहीं होता है कि इनके आकार कार्य करने की गति, क्षमता में भी अंतर होता है। जी हां दोस्तों कंप्यूटर केवल एक जैसे ही नहीं होते हैं। एक तरह से कंप्यूटर हमारे चारों तरफ है, जिन्हें हम आकार, उपयोग तथा कार्य क्षमता के आधार पर विभिन्न श्रेणियो में रख सकते हैं।



दोस्तों आज हम आपसे इस आर्टिकल में कंप्यूटर के विभिन्न प्रकारों के बारे में बात करेंगे। और अगर आपको कंप्यूटर को लेकर कुछ douts हो जैसे यह कितने प्रकार के होते हैं, उनकी कार्य करने की क्षमता, यह कहां पर उपयोग होते हैं, तो इन सब सवालों के जवाब आपको हमारे इस आर्टिकल में मिल जाएंगे। 



इसलिए आप हमारे साथ आखरी तक बनी रहे। तो चलिए अब हम बिना देर किए शुरू करते हैं। लेकिन इससे पहले हम थोड़े से शब्दों में जान लेते हैं कंप्यूटर क्या है।


कंप्यूटर क्या है। (What is computer in Hindi) -

कंप्यूटर एक ऐसा मशीन होता है, जिसे कुछ इस तरह से प्रोग्राम किया जाता है, कि वह हमारे बहुत सारे कार्यों को एक साथ तथा तेज गति से कर सकें। जब हम कंप्यूटर को कोई कमांड (command) देते हैं, तो यह उन्हें इनपुट के रूप में लेता है। और फिर हमें उसका रिजल्ट आउटपुट के रूप में प्रदान करता है।

अगर आप कंप्यूटर क्या है यह और अच्छे से जानना चाहते हैं तो आप हमारे आर्टिकल कंप्यूटर क्या है यह कैसे कार्य करता है को पढ़ सकते हैं।

कंप्यूटर के प्रकार (Types of computer in Hindi) - 




दोस्तों वैसे तो कंप्यूटर के कई सारे होते हैं। लेकिन उन्हें समझने योग्य हिसाब से 3 categoris में बांटा गया है। जिससे कि उन्हें समझने में आसानी हो।

(1) कार्य प्रणाली के आधार पर (Based On Mechanism)

(2) उद्देश्य के आधार पर आकार के आधार पर । (Based on purpose)

(3) आकार के आधार पर। (Based on size)


(1) कार्य प्रणाली के आधार पर (Based On Mechanism) 

कार्य प्रणाली के आधार पर कार्य प्रणाली के आधार पर इन को तीन भागों में बांटा जा सकता है। Analog, Digital, Hybrid 

Analog Computer -  Analog कंप्यूटर उन कंप्यूटर को कहा जाता है, जो इंफॉर्मेशन डिस्प्ले (Information Display) करने के लिए एनालॉग सिग्नल (Analog Signal) का इस्तेमाल करते हैं। यह एक ऐसी मशीन होती है, जो आंकड़ों की भौतिक मात्रा को दर्शाती हैै। (जैसे  
दाब, तापमान, ऊंचाई, लंबाई) आदि । और इनके आंकड़े लगातार बदलते रहते हैं। यह कंप्यूटर किसी भी राशि का परिमाप का तुलना के आधार पर करते हैं, और इस कंप्यूटर के कार्य करने की क्षमता तेज होती है। और इन Analog कंप्यूटर का ज्यादातर उपयोग विज्ञान और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में होता है। क्योंकि मात्राओं का सबसे ज्यादा उपयोग इन्हीं क्षेत्रों में होता है। उदाहरण के लिए थर्मामीटर एक Analog computer है।


Digital Computer - जैसा कि नाम से ही लग रहा है यह 
Digit के साथ काम करते हैं। डिजिट का अर्थ होता है अंक। डिजिटल कंप्यूटर वह कंप्यूटर होते हैं, जो गणना करने का कार्य करते हैं। यह एनालॉग कंप्यूटर से भिन्न होते हैं। और यह कंप्यूटर व्यापार के क्षेत्र में ज्यादा उपयोग किए जाते हैं। यह कंप्यूटर Numerals, letters, या कोई सा दूसरा Symbols का उपयोग करते हैं। एक डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग Numeric के साथ-साथ Non Numeric data को प्रोसेस करने के लिए भी किया जाता है। और यह बहुत सारे arithmetic operations को भी परफॉर्म कर सकते हैं। अगर हम आम शब्दों में कहे तो एक कंप्यूटर जो सूचनाओं को अंकिय रूप में प्रोसेस करता है, उसे डिजिटल कंप्यूटर कहा जाता है। डिजिटल कंप्यूटर सूचनाओं को अंकिय रूप में गिनने के लिए Binary System (0,1) का उपयोग करता है।


Hybrid Computer - Hybrid कंप्यूटर उन कंप्यूटर को कहा जाता है, जो एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर से मिलकर बने होते हैंं। इसमें दोनों कंप्यूटर के Best Features को आपस में कंबाइन किया गया होता है। यह कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल दोनों से अधिक तेज होते हैं। इन कंप्यूटर में Digital computer एक नियंत्रक तथा अंकिय करने के लिए और Analog Computer problems को हल करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। Hybrid कंप्यूटर का उपयोग उन सभी specialized application में किया जाता है, जहां पर दोनों प्रकार के डाटा को प्रोसेस करने की जरूरत होती है। यह एक ऐसा कंप्यूटर होता है, जो binary के साथ-साथ Analog Signal को भी समझने में सक्षम होता है। उदाहरण के लिए पेट्रोल पंप मशीन, स्पीडोमीटर आदि hybrid कंप्यूटर के उदाहरण है।


(2) उद्देश्य के आधार पर (Based on purpose) - 

कंप्यूटर को उद्देश्य के आधार पर दो भागों में बांटा गया है। Special Purpose और General Purpose.

Special Purpose - Special Purpose ऐसे कंप्यूटर होते हैं जिन्हें किसी विशेष कार्य को करने के लिए डिजाइन किया गया होता है। इनका कार्य केवल एक ही कार्य को करना होता है। तथा इनका उपयोग एक Particular 
 प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए होता है। इसलिए इन्हें Dedicaled computers भी कहा जाता है। इनके CPU की क्षमता उस कार्य के अनुसार होती है, जिनके लिए इन्हें तैयार किया जाता है। इसमें versatility ना के बराबर होती हैं। मतलब कि इसे दूसरे किसी operations में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इनका उपयोग परिवहन नियंत्रण, मौसम के क्षेत्र में, अनुसंधान और शोध, यातायात नियंत्रण आदि जगह पर किया जाता है।


General Purpose - आज के समय में जिन कंप्यूटर का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है, उनमें से ज्यादातर General purpose ही होते हैं। इन कंप्यूटर में अनेक प्रकार के कार्य करने की क्षमता होती हैं। इन कंप्यूटर का उपयोग सामान्य कार्य को करने के लिए किया जाता है। जैसे पत्र तैयार करना, दस्तावेज तैयार करना, आपने घर का बजट तैयार करना, आदि। यह general purpose कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के operations कर सकते हैं। क्योंकि यह internal storage अपने में अलग-अलग प्रोग्राम को आसानी से स्टोर कर सकते हैं। सामान्य शब्दों में कहे तो general कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है, जिसे सामान्य उद्देश्य के लिए तैयार किया जाता है। जो किसी विशेष कार्य को करने के लिए सक्षम होते हैं।


(2) आकार के आधार पर (Based On Size) - 

आकार के आधार पर कंप्यूटर के निम्न भागों में बांटा गया है। 

Super Computer - सुपर कंप्यूटर मानव द्वारा निर्मित सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैंं। इनकी गति और क्षमता सबसे अधिक होती है। यह कंप्यूटर multi-user, multiprocessor large कंप्यूटर होते हैं। जिनकी efficiency बहुत ज्यादा होती है। यह कंप्यूटर आकार में बहुत बड़े होते हैं, तथा इनका उपयोग बड़े संगठनों द्वारा शोध कार्य और मौसम की भविष्यवाणी के लिए किया जाता है। इन कंप्यूटर में एक से अधिक cpu लगाए जा सकते हैं। तथा इन पर एक साथ कई व्यक्ति कार्य कर सकते हैं। सुपर कंप्यूटर में difficult और complex problems को कुछ nano second के भीतर solve करने की क्षमता होती है। इसे बनाने के लिए RISC (Reduced Instruction Set Summit) processor का उपयोग किया जाता है। अब तक का सबसे तेज कंप्यूटर summit super computer है। जिसे अमेरिका ने बनाया था। तथा भारत के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर peatush and minir है।

Micro Computer - Micro Computer को पर्सनल कंप्यूटर भी कहा जाता है। यह कंप्यूटर तेजी से बढ़ता हुआ तथा इस्तेमाल होने वाला कंप्यूटर है। इस कंप्यूटर को micro computer इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें Micro Processor का उपयोग किया जाता है। तथा यह दूसरे कंप्यूटर की अपेक्षा आकार में छोटा होता है। यह आकार में इतना छोटा होता है कि इसे studay table तथा एक Briefcuse में रखा जा सकता है। इस कंप्यूटर को कुछ इस तरह से डिजाइन किया जाता है, कि इस पर केवल एक समय में एक ही user कार्य कर सकता है। यह कंप्यूटर सभी कंप्यूटर में से हल्का, छोटा तथा सस्ता होता है। इस तरह के कंप्यूटर का उपयोग घर, शिक्षा, कार्यालय, स्कूल आदि में कार्य करने के लिए किया जाता है। यह कंप्यूटर सामान्यत: सभी प्रकार के कार्य कर सकता है। आज के समय में जितने भी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है वे सभी लगभग माइक्रो कंप्यूटर ही होते हैं। Laptop, Notebook, PSC, PDAS आदि micro computer ही है। 


Mini Computer - mini computer कुछ बड़े तथा ज्यादा पावरफुल होते है। यह माइक्रो कंप्यूटर से कुछ अधिक गति वह मेमोरी वाले होते हैं। इनमें एक से अधिक cpu हो सकते हैं। यह एक साथ बहुत सारे लोगों को कंप्यूटर करने के लिए सपोर्ट करता है, इसलिए यह multi-user कंप्यूटर होते हैं। तथा इन्हें 'mid range computer' भी कहा जाता है। इनका इस्तेमाल व्यवसाय तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा किया जाता है। यह micro computer से महंगे होते हैं। मिनी कंप्यूटर के उदाहरण - PDP-11, VAX.


Main Frame Computer - Main Frame Computer जो बहुत बड़े होते हैं तथा कुछ हद तक सुपर कंप्यूटर की तरह ही होते हैं। Main Frame कंप्यूटर mini computer से कुछ अधिक गति व क्षमता वाले होते हैं। इनमें अत्यधिक मात्रा से डाटा पर तेज गति से प्रोसेस करने की क्षमता होती है। यह कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर से तेज होता है, इसलिए इनका उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा आंकड़ों को संग्रहित करने के लिए किया जाता है।


Work Station - यह एक ऐसा कंप्यूटर होता है जो किसी नेटवर्क से जुड़ा होता है। मतलब आमतौर पर ऐसा कंप्यूटर जो किसी नेटवर्क से कनेक्ट होता है, उसे work station कहते हैं। यह कंप्यूटर micro computer से अधिक तेज तथा क्षमतावान होते हैं। इनका उपयोग व्यवसाय में किया जाता ह।


Desktop Computer - Desktop computer एक ऐसा कंप्यूटर होता है, जिसे desk पर सेट किया जाता है। इसमें एक cpu, मॉनिटर, कीबोर्ड तथा माउस होते हैं। इन कंप्यूटर की कीमत कम होती है। लेकिन इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना मुश्किल होता है।


तो दोस्तों यह थे कंप्यूटर के प्रकार। जिसके बारे में हमने आपको जानकारी दी है। मुझे उम्मीद है आपको हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी।


Conclusion - 

दोस्तो हमने आज आपको इस post मे कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है, और इनका उपयोग कहा, कैसे और क्यों किया जाता है, इसके बारे मे भी बताया है। अगर आपको इस पोस्ट में कुछ dout's लगे या इस पोस्ट में कुछ सुधार करने की जरूरत है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। 

और अगर आपको हमारी पोस्ट Computer के प्रकार in hindi अच्छी लगी है, तो इसे आप अपने दोस्तो के साथ what's app group, facebook, Instagram और अन्य social media site's पर शेयर जरूर करें। 


हमारी पोस्ट पड़ने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।


AD

1 Comments

  1. aap ne bahot achha article likha hain how to check wifi password in windows 10 ke liye ayah click kare

    ReplyDelete
Previous Post Next Post
AD