हैलो दोस्तों तो कैसे है, आप लोग। आप में से बहुत सारे लोग इनपुट डिवाइस के बारे ने जानते होंगे। क्या अपने कभी सोचा है आखिर ये इनपुट डिवाइस क्या है। ये कैसे कार्य करते है। और इनका उपयोग कहा-कहा किया जाता है। आज के समय में बहुत सारे लोग कंप्यूटर का उपयोग तो करते है लेकिन उन्हें इनपुट डिवाइस वे बारे में पता नही होता है। इसलिए आज हम इस पोस्ट में आपको इनपुट डिवाइस के बारे में बताएंगे। आखिर ये क्या है।ओर इनका उपयोग कहा किया जाता है।
आज के समय में हर कोई कंप्यूटर डेस्कटॉप और लैपटॉप का उपयोग कर रहा है। और इन लैपटॉप तथा डेस्कटॉप में बहुत सारे डिवाइस का उपयोग किया जाता है। ताकि आप आसानी से कंप्यूटर लैपटॉप पर अपना कार्य कर सकें और आप कंप्यूटर को आसानी से कंट्रोल तथा ऑपरेट कर सकें।
हम यहां कंप्यूटर के कुछ एक्सटर्नल पार्ट्स के बारे में बात करेंगे। यह एक्सटर्नल पार्ट कंप्यूटर के कुछ ऐसे हिस्से होते हैं। जिनकी मदद से हम कंप्यूटर में डेटा देने और उसे निकालने का कार्य करते हैं। इन एक्सटर्नल पार्ट्स को हम इनपुट डिवाइस कहते हैं जिनकी सहायता से हम कंप्यूटर पर अपना काम बड़ी ही आसानी से करते हैं। कंप्यूटर के अंदर किसी भी प्रकार के डाटा को इंटर करना इनपुट कहलाता है। और कंप्यूटर द्वारा हमें इन इनपुट का जो भी परिणाम मिलता है। उसे आउटपुट कहा जाता है। हम यहाँ पर कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस के बारे में जानने से पहले डेटा के बारे में जान लेते है।
कंप्यूटर सिस्टम में हम जिस किसी भी डिवाइस के द्वारा पर्सनल कंप्यूटर में कुछ भी इनपुट करते हैं उसे इनपुट डिवाइस कहां जाता है। इसके कुछ और उदाहरण है जैसे माउस, की-बोर्ड, लाइट पेन, स्कैनर आदि। इन सभी इनपुट डिवाइस की सहायता से कंप्यूटर के अंदर इनपुट करते हैं। हार्डवेयर के जरिये हम कंप्यूटर के साथ interact या संपर्क कर पाते हैं। और उसे कंट्रोल करते हैं। इसकी सहायता या मदद से हम कंप्यूटर से सारा काम करवाते हैं। यह human-world को कंप्यूटर वर्ल्ड जोड़ता है। इनकी मदद से हम कंप्यूटर को instruction देते हैं और कंप्यूटर इन instruction को समझ के एक्शन लेता है। इनपुट डिवाइस को हम इलेक्ट्रोमैकेनिकल डिवाइस के रूप में भी परिभाषित कर सकते हैं। जो कंप्यूटर में डाटा को इनपुट करने के लिए यूजर की सहायता करती है। यह डाटा इनपुट डिवाइस के माध्यम से मुख्य मेमोरी में दर्ज किया जाता है। व यूजर से निर्देश प्राप्त करता है और प्राप्त निर्देशों को मशीन की भाषा में परिवर्तित करता है।
मतलब हम कह सकते है कि "input device वे device होती है जो हमारे निर्देशो या आदेशो को कंप्यूटर के cpu तक पहुचाने में मदद करती है।"
Data क्या होता है। -
कंप्यूटर मैं स्टोर इंफॉर्मेशन को डेटा कहा जाता है। मतलब हम कंप्यूटर में जो भी इंफॉर्मेशन इंटर करते हैं उसे डेटा कहा जाता है। डाटा अनेक प्रकार का होता है जिसे हम इमेज, फाइल,डॉक्यूमेंट,वीडियो, इंफॉर्मेशन आदि कहते हैं। जैसे ही हम इन्हें कंप्यूटर में डालते तब इसे डेटा कहा जाता है। जब कंप्यूटर में इनपुट दिया जाता है तो कंप्यूटर उस डेटा से संबंधित परिणाम हमें आउटपुट में देने के लिए इनपुट डाटा पर एक्शन परफॉर्म करता है। और इस कार्य को प्रोसेस कहा जाता है।इनपुट डिवाइस क्या है।(What is input device in hindi) -
इनपुट डिवाइस एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। यह कंप्यूटर का एक मुख्य पार्ट्स होता है। जिसका उपयोग कंप्यूटर में इनपुट देने के लिए होता है। कंप्यूटर से हमें संचार करने के लिए या कंप्यूटर से हमें संपर्क करने के लिए कुछ डिवाइस की आवश्यकता होती है जिन्हें हम इनपुट और आउटपुट डिवाइस कहते हैं। इन्हीं डिवाइस की सहायता से हम कंप्यूटर से संपर्क स्थापित कर सकते हैं। जैसा कि हम जानते हैं इनपुट और आउटपुट डिवाइस एक हार्डवेयर डिवाइस होता है। जिसमें इनपुट और आउटपुट डेटा को स्वीकार करने की क्षमता होती है। हार्डवेयर कंप्यूटर सिस्टम के मूल और आवश्यक भागों में से एक होता है। कंप्यूटर हार्डवेयर में इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस और कम्युनिकेशन बस आदि शामिल होते हैं।कंप्यूटर सिस्टम में हम जिस किसी भी डिवाइस के द्वारा पर्सनल कंप्यूटर में कुछ भी इनपुट करते हैं उसे इनपुट डिवाइस कहां जाता है। इसके कुछ और उदाहरण है जैसे माउस, की-बोर्ड, लाइट पेन, स्कैनर आदि। इन सभी इनपुट डिवाइस की सहायता से कंप्यूटर के अंदर इनपुट करते हैं। हार्डवेयर के जरिये हम कंप्यूटर के साथ interact या संपर्क कर पाते हैं। और उसे कंट्रोल करते हैं। इसकी सहायता या मदद से हम कंप्यूटर से सारा काम करवाते हैं। यह human-world को कंप्यूटर वर्ल्ड जोड़ता है। इनकी मदद से हम कंप्यूटर को instruction देते हैं और कंप्यूटर इन instruction को समझ के एक्शन लेता है। इनपुट डिवाइस को हम इलेक्ट्रोमैकेनिकल डिवाइस के रूप में भी परिभाषित कर सकते हैं। जो कंप्यूटर में डाटा को इनपुट करने के लिए यूजर की सहायता करती है। यह डाटा इनपुट डिवाइस के माध्यम से मुख्य मेमोरी में दर्ज किया जाता है। व यूजर से निर्देश प्राप्त करता है और प्राप्त निर्देशों को मशीन की भाषा में परिवर्तित करता है।
मतलब हम कह सकते है कि "input device वे device होती है जो हमारे निर्देशो या आदेशो को कंप्यूटर के cpu तक पहुचाने में मदद करती है।"
इनपुट डिवाइस के प्रकार -
इनपुट डिवाइस निम्न प्रकार के होते है। जैसे-Keyboard, mouse, joystick, Lightpen, Digitizer Tablet, OCR, Bar code Reader, OMR आदि।
(1) Keyboard -
यह एक इनपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर का मुख्य डिवाइस होता है। कंप्यूटर पर जितने भी इनपुट देने के कार्य होते है सब इसी डिवाइस के माध्यम से होते है। यह एक बोर्ड के समान होता है जिस पर बटन्स का सेट होता है। ओर इस बटन्स को हम key कहते है। keyboard का उपयोग हम message भेजने, email भेजने, online transfar करने आदि कार्यों के लिए करते है।
Keyboard में अलग-अलग प्रकार की keys होती है जो कॉम्प्यूटर के operation को control करने का काम करती है।
Keyboard keys के प्रकार -
(1) Alpha numeric keys - इन सभी keys के अंतर्गत alphabet ओर numeric keys आती है। जैसे- A to Z, a to z, 0-9 आदि।(2) Function keys - कंप्यूटर में ये 12 keys होते है। जो कीबोर्ड में ऊपर की साइट F1 से लगा कर F12 तक एक ही लाइन में लगी होती है। हर एक function key का उपयोग अलग-अलग कामो के लिए किया जाता है।
(3) Control keys - इन key का उपयोग कंप्यूटर में स्क्रीन को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग shortcut key बनाने के लिए भी किया जाता है। जैसे End, Insert, Delet, Page Up, Page Down आदि।
(4) Arrow keys - इसमें चार arrow key available होते हैं। जैसे कि उप, Down, Left, Right, आदि इन सभी की का उपयोग कर cursor को move करने के लिए किया जाता है।
(5) Special Purpose Keys - कीबोर्ड में कुछ खास काम करने के लिए जैसे- Enter shift , Caps Lock, NumLock, Spacebar, Tab आदि के लिए इन key उपयोग किया जाता है।
कीबोर्ड दो प्रकार के होते हैं
(●) General Purpose keyboard (●) Special Purpose keyboard
(2) Mouse -
माउस एक छोटा इनपुट डिवाइस है। जिसका उपयोग स्क्रीन पर एक विशेष स्थान पर पॉइंट करने के लिए तथा नेविगेशन करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग एक से अधिक कार्यों को चयन करने के लिए किया जाता है। इसे pointing device और Cursor moving device के नाम से भी जाना जाता है। एक माउस में दो या तीन बटन हो सकते हैं। Left, Right और मध्य बटन। माउस के उपयोग से कंप्यूटर में graphical user interface का महत्व बढ़ गया है। cursor को कंट्रोल करने के लिए माउस का उपयोग किया जाता है। इसे माउस पैड पर या फ्लैट सर्फेस पर रखा जाता है।
(●) General Purpose keyboard (●) Special Purpose keyboard
(2) Mouse -
माउस एक छोटा इनपुट डिवाइस है। जिसका उपयोग स्क्रीन पर एक विशेष स्थान पर पॉइंट करने के लिए तथा नेविगेशन करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग एक से अधिक कार्यों को चयन करने के लिए किया जाता है। इसे pointing device और Cursor moving device के नाम से भी जाना जाता है। एक माउस में दो या तीन बटन हो सकते हैं। Left, Right और मध्य बटन। माउस के उपयोग से कंप्यूटर में graphical user interface का महत्व बढ़ गया है। cursor को कंट्रोल करने के लिए माउस का उपयोग किया जाता है। इसे माउस पैड पर या फ्लैट सर्फेस पर रखा जाता है।
Mouse कैसे काम करता है और इसकी keys -
माउस के नीचे एक Rubber का ball या Leser लगा होता है। जब माउस को हिलाया जाता है तो यह rubber ball घूमता है। जब यह rubber ball घूमता है तो कंप्यूटर स्क्रीन पर माउस पॉइंटर की दिशा और गति में परिवर्तन होता है।(1) Right key - Right key को दबाने की प्रोसेस को right click कहा जाता है। किसी आइकॉन (icon) के ऊपर right key दबाने से उसके साथ किए जाने वाले सभी काम के लिस्ट में दिखाता है।
(2) Left key - Left key के दबाने की प्रक्रिया को Left click कहा जाता है। इसका इस्तेमाल आइकॉन को सिलेक्ट करने के लिए होता है। कंप्यूटर स्क्रीन पर फाइल और फोल्डर को ओपन करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
(3) Middle button - इसे scroll button भी कहा जाता है। क्योंकि स्क्रीन को ऊपर नीचे scroll करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
Mouse भी तीन प्रकार के होते है।
(●) Mechanical mouse
(●) Optical mouse
(●) cardless mouse
(3) Touch Screen -
Touch Screen उस स्क्रीन को कहा जाता है। जिसका उपयोग आप अपनी finger से touch करके control करने के लिए करते है। जैसे- Mobile, Tablet आदि। Android phone टच स्क्रीन का एक अच्छा उदाहरण है। क्यों कि अधिकांश android phone में touch screen का उपयोग किया जाता है। आप इसे control करने के लिए finger या फिर styles pen का भी उपयोग कर सकते है। इसे चलाने के लिए हमे अलग से keyboard या mouse की आवश्यकता नही होती है।
(4) Joystick -
Joystick एक इनपुट डिवाइस है। जो Trackball की तरह कार्य करता है। यह एक खड़ी स्टीक जैसी आकृति वाला डिवाइस होता है। जिसकी सहायता से हम cursor को किसी भी दिशा में घुमा सकते है। इसमें दो ball लगे होते है तथा इनके साथ में एक घड़ी लगा दी जाती है। ताकि इस ball को आसानी से कहीं भी घुमा सके। जब हम इसे Left में move करते है तो यह अंदर से right की ओर move करता है। इसके ऊपर वाला ball Direction के लिए उपयोग किया जाता है। तथा इसका अंदर वाला ball, socket में move करता है। इसका उपयोग video game खेलने, simulator प्रशिक्षण तथा CAD Design आदि में किया जाता है।
(5) Light pen -
यह एक इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल पॉइंटिंग डिवाइस है। इसका आकार पेन के समान होता है। इसकी सहायता से हम कंप्यूटर स्क्रीन पर लिख सकते है। और चित्र भी बना सकते है। इस पेन में एक छोटी ट्यूब होता है। जिसमे एक फ़ोटो सेल लगा होता है। इसमें लगे हुए फ़ोटोसेल के द्वारा यह लाइट को सेन्स कर लेता है। तथा जब यह स्क्रीन के नजदीक आता है तो यह एक पल्स(pulse) उत्पन्न करता है। इसका उपयोग विशेष रूप से personal Digital Assistanls (PDA) में किया जाता है।
(6)Microphone -
यह एक इनपुट डिवाइस है जो sound को digital from में convert करके store करता है। हम माइक्रोफोन से इनपुट डिवाइस के माध्यम से कंप्यूटर में इनपुट ध्वनि को भेज सकते है। ध्वनि को रिकॉर्ड करने के लिए माइक्रोफोन को कंप्यूटर से जोड़ा जाता है। यह sound को Receive करता है ओर digital signal में convert करता है। और फिर यह speaker के जरिये आउटपुट प्रदान करता है। इसकी सहायता से हम audio को भी recorder कर सकते है। एक माइक प्राप्त ध्वनि को कंप्यूटर के स्वरूप में परिवर्तित करता है। जिसे डिजिटल ऑडियो कहा जाता है।
(7) Webcam -
यह एक वीडियो कैप्चरिंग डिवाइस है। वेबकैम कंप्यूटर से जुड़ा एक डिजिटल कैमरा होता है। और इसका उपयोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या ऑनलाइन चैटिंग के लिए किया जाता है। वेबकैम लेपटॉप या कंप्यूटर के साथ डिस्प्ले में पहले से जुड़े होते है या कंप्यूटर पर USB या फ़ायरवायर पोर्ट या वाईफाई के माध्यम से जुड़े होते है।
(8) Scanner -
स्कैनर एक इनपुट डिवाइस है। जिसका उपयोग दस्तावेज से कंप्यूटर सिस्टम में प्रत्यक्ष डेटा की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह दस्तावेज की छवि को डिजिटल रूप में परिवर्तित कर देता है। स्कैनर का उपयोग करके लिखित कागजात और तस्वीरों को डिजिटल चित्र में परिवर्तित कर मेमोरी में सुरक्षित रखा जा सकता है डॉक्यूमेंट को कंप्यूटर में स्कैनर की सहायता से स्कैन कर स्टोर किया जा सकता है।
Scanner कैसे काम करता है।-
स्केनर डॉक्यूमेंट के ऊपर एक लाइट को डालता है जिसे shining लाइट कहते हैं। यह लाइट reflect होकर डॉक्यूमेंट की इमेज बनाती है। यह लाइट फोटो sensitive element में रहती है। charged couple डिवाइस की charged लाइट को डिजिटल इमेज बनाकर कंप्यूटर के अंदर स्टोर करता है। हम डॉक्यूमेंट को प्रिंट निकालने से पहले भी एडिट कर सकते हैं।Conclusion -
आज इस पोस्ट में हमने आपको इनपुट डिवाइस क्या है। तथा ये कितने प्रकार के होते है। इसके बारे में आपको पूरी जानकारी दी है। में आशा करता हु की आप लोगो को इनपुट डिवाइस क्या है। इसके बारे में अच्छे से समझ आया होगा। अगर यदि आपको अभी भी इस पोस्ट को लेकर कुछ डाउट्स है या आप हमारी इस पोस्ट से असंतुष्ट है। या फिर हमारी इस पोस्ट में कुछ सुधार करने की जरूरत है या इस पोस्ट से जुड़ा कोई भी सवाल आपके मन मे है तो आप हमे नीचे comments करके जरूर बताये।ओर यदि आपको हमारी पोस्ट इनपुट डिवाइस क्या है। हिंदी में अच्छी लगी हो ओर आपको इससे कुछ सीखने का मिला हो तो हमे comments करके आप जरूर बताए।ओर इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ whatsapp group , facebook ओर अन्य social networks पर शेयर करे और इस जानकारी को अन्य लोगो तक पहुचाने में हमारी मदद करे।
अभी के लिए बस इतना ही। हमारी इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।